Best romantic shayari in Hindi - Bewafa, Bewafai Shayri, Bewafai shayari, Ban ke Bewafai Mili
1. बड़े पत्थर दिल मेरे सनम निकले उनकी हसरत है कि मेरा दम निकले खुद तो चाहते हैं जीना बैठकर डोली में उसकी कसम है कि मेरा जनाजा निकले बेवफा
2. देखकर आपकी अदाएं साली जी यह दिल मचल जाएगा आप की शरारत सही है दम निकले जाएगा
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Bewafa |
3. शरद आ ही देखकर हमें आप पर प्यार आता है आपकी चाहत देखकर यह दिल मचल जाता है कभी मिले फुर्सत से तो होगी बातें जल्दी बाजी में जीजा जी यह दिल संभल जाता है
4. क्यों आप हमसे दूर बैठी हो कुछ हक हमारा भी है आप पर अच्छी नहीं इस कदर दूर साले प्यार का हक हमारा भी है आप पर
5. सब कुछ तो है आपका क्या बसा है आपकी साले के पास एक दिल था वह ले चुके हैं अब क्या बचा है हमारे पास
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Bewafa |
6. दुनिया हमें बेवफा कहती है हम फिर भी वफा निभाते हैं खुद जाने क्या है वफा हम फिर भी वफा निभाते हैं हम मौत की दुआ मांगते हैं वह जिंदगी की हंसी उड़ाते हैं हमें उनसे मोहब्बत सागर तू मेरी मोहब्बत की हंसी उड़ाते हैं
7. मौत पास आती नहीं तो से नहीं बच पाते हैं जनाजा उठने से पहले ही वह अपना ब्याह रचाते हैं
8. शहनाई की आवाज से डर लगता है मुझे उन की बेवफाई से डर लगता है उठा दो इस सागर जनाजा मेरा मुझे उनकी परछाई से भी डर लगता है
9. लहू दिल का बहाकर एक कतरा शराब पाई है मेरे कातिल हम नशे से उसमें भी चाहत की भी मिलाई है
10. आग चाहत की हमने पैमाने से बजाई हैं हम दर से ठोकर खाकर तेरे दर पर रात बिताई हैं
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Bewafa Shayri |
11. जाम के नाम पर वह जहर पिलाते हैं आए हैं शराब में भी वह पानी मिला दे आए हैं हम तो खुशी थे लव दिल का पाकर मगर वह हमें खाली पैमाना तमाते आए हैं
12. हम जीते हैं उनके लिए उचित हैं गैरों के वास्ते तो पिलाते गैरों को सागर हम पीते हैं अपनों के वास्ते
13. हर शाम में खाने बदल जाते हैं इसके अफसाने बदल जाते हैं यूं तो लाखों हैं उनके चाहने वाले मगर हर शाम परवाने बदल जाते हैं
14. शर्म सुरेश का कैसा बेशर्मी उनकी दौलत है सागर से रिश्ता कैसा एक रात की उनकी मोहब्बत है
15. दर्दे दिल दिखाई नहीं पड़ता नाम चाहत का बदनाम करते हैं लोग पीते हैं सभी नजम में सागर नाम साखी का बदनाम करते हैं लोग
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Ban ke Bewafa mili |
16. सितारे भी साथ निभाते नहीं चांद भी सुबह साथ छोड़ देता है तनहा खड़ा रहता हूं उनकी राहों में मेरा साया भी साथ छोड़ देता है
17. ठुकरा कर प्यार मेरा वह मौत को गले लगाते हैं जनाजा उठा कर प्यार का वह गैरों से बिहार आ जाते हैं
18. दम निकल चुका है ए दोस्त जनाजा उठने का इंतजार हैं वह भी आए हैं मय्यत में शायद होने अभी प्यार हैं
19. सभी धोखा देते हैं जमाने में केवल कब्र साथ निभाती है सभी छोड़कर तन्हा सागर मेरी मैयत साथ निभाती है
20. मौत की दुआ मांगो तो दो गज कफन पाया सब ने दिया धोखा सागर बस कफन ने साथ निभाया है
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Bewafai Shayri |
21. मौत का गम कैसे होगा सब बैठे हैं मौत के इंतजार में सभी के हाथों में है प्रेमाने सब बैठे हैं जैसन की इंतजार में
22. दुआ मांगी थी प्यार की बेवफा का दामन पाया है जिससे हमने जिंदगी समझा उसने ही कफन उड़ाया।
23. इतने गमों के साथ मेरे खुदा ना जी पा रहा हूं मैं मुआफ करना मुझको पूछे बिन तेरे पास आ रहा हूं मैं।
24. जमाने से रंजीत से मुझको ए खुदा तुझसे गिला है मुझको जो भी शख्स मिला क्यों बेवफा मिला है।
25. तेरी खुशी की खातिर यार अब क्या क्या ना सहना हमको बड़ा जख्म लिए दर्द सहा खामोश अगर फिर भी रहना पड़ा।
26. अपने दिल की लाश को अरमानों का कफन ओढ़ कर हम आज की खुशी को अपनी जला देंगे हस्ती को अपनी मिटा कर हम।
27. काश कभी तो ऐसा होता कि कोई हमारा भी इंतजार करता घर होती किस्मत ऐसी तो सागर यूं हरदम क्यों मरता।
28. जवानी का क्या कहूं कभी आई थी दो पल के लिए मगर ना जाने कब तो वह पल वह जवानी किधर को हवा हुई।
29. तमाम उम्र ठोकर खाने पर भी ना आया सब इसको आज फिर कमबख्त सागर देखो दिल लगाने को चला।
30. मौत को कितनी अच्छी हैं एक पल में आ जाती हैं और यह जिंदगी कितनी है जालिम पल पल हमको तड़पाती हैं।
31. बाद मरने के मेरे ना टटोलना मेरे दिल को यारों इसमें तस्वीर है यार कि सिवा कुछ भी नहीं है।
32. सपनों को हकीकत बनते ना दिखा कर ली हमने सागर अगर किस्मत के अंधेरे हर थे तभी तो पूरे होते।
33. हम जैसों को तो मेला रख लिया कर पास अपने तेरी यह दुनिया तो हमको रास कभी ना आई ही नहीं।
34. सब है मेरे कहने को मगर मेरा कोई अपना नहीं मुद्दत हुई अब तो रातों को भी देखा कोई सपना नहीं।
35. दर्द होता है मुझे भी मैं भी तो एक इंसान हूं मौत भी क्यों आती नहीं यह सोच कर परेशान हूं।
36. जानते जो कि जिंदगी होगा कभी ऐसी भी जीने की फिर इसको जितना कभी करते ही।
37. ऐ मौत अब तो निभा दे तू दोस्ती इस से तन्हा है 'सागर' साथ अपने ले जा इसको।
38. जब से देखा जिंदगी को करीब से हमने मौत से हमको तो यारों दोस्ती होने लगी।
39. जिंदगी चार दिन की ही है तो मिला यारों हासिल कुछ भी नहीं बस एक जमीला है यारों।
40. अकेला हूं मैं तन्हाइयों में मुझ पर सितम ढाए जा रहा हूं मुझसे करो जफा मुझे और गम दे जाओ यारों।
41. क्यों न होगा दुनिया में नाम हमारा हर वक्त जो तेरा नाम लंबो पर रहता है।
42. यह जानता हूं कि दूर तुझसे ना रह ना सकूंगा मैं मगर साथ रखकर भी और भी गम था ना सकूंगा मैं।
43. दर्द पहचानता हूं दर्द की जिंदा मिसाल हूं मैं अब ना देना खुशी यार अब अकेले इंसान हूं मैं।
44. जब गम से में लगती है तो इतनी हसीन तुम मुस्कुराओ गी जब कभी तो बस कयामत होगी।
45. किस तरह जीता हूं मैं अगर गम भी ना होती यह जिंदगी का तो क्या मौत भी बेवजह होती हैं।
46. बेवफाई जिंदगी मशहूर थी दूर दूर तक हाय हम उन्हीं से वफा की उम्मीद कर बैठे।
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