500+Best Whatsapp Status in Hindi :

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 Love Shayari Status In Hindi For Girlfriend :

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WHATSAPPS QUOTES


1. वो चले बिजली गिरा कर, हम दिल थाम कर बैठ गयै। उन्होंने दिए जख्म हम, मुस्कुरा कर बैठ गए। 




2. अपना से खाए जख्म तो, आदत सी हो गई जख्म खाने की। इतनी ठोकर लगी हैं हमें अब तो, आदत सी हो गई चोट खाकर मुस्कुराने की। 



3. बदल गई दास्तां, महज फर्क इतना है। दो कदम की दूरी, रास्ता मौत जितना हैं। 


4. शमां बदली तो, शमां फ़ज़ल बदलं गयी। जिस नजर की थी आरजू, आज वह नजर बदल गई। 




5. जो दाग माथे पर हैं, उसे पसीने से मिटाना हैं। जो इज्जत डूब गयी हैं, उसे किनारे पर लगाना हैं। 




6. तहज़ीब से तहज़ीब सीखी, सिर झुकाना आ गया। उनसे जो मिली नजर, हमें मुस्कुराना आ गया। 




7. इसका का ये असर हैं खुदा, हम दायरा तहजीब का भूल गये। जब से वह आये मेहमां बनकर हम मुस्कुराना भूल गये। 



8. आंखों में लाज का गहना, होठों में चाहत की प्यास है। मैं तो करीब हूं तेरे, फिर क्यों तेरा चेहरा उदास हैं। 



9. डूब चुके कितने अफसाने, इन आंखों के पानी में। जिक्र तलक ना आया मेरा, जमाने की किसी कहानी में। 




10. इस कदर मिले जख्म, भूल गए नाम-ए-वफा। याद है तो महज इतना, मिली थी कभी एक बेवफा। 





11. हमें बर्बाद करके हंसने वाले, जशन कामयाबी का मनाते हैं। जीते जी पहाड़ उठाया सागर, हम मर कर भी ताज उठाते हैं। 




12. सिर उठाकर जीते थे, अब सिर झुकाकर चलना पड़ता हैं। कभी जीते थे उनके नाम पे, अब उनके नाम पर मरना पड़ता हैं। 


13. मौत भी आती नहीं सागर, नाकाम मोहब्बत होती है। यह मानते हैं जशन-ए-कामयाबी, बर्बाद मोहब्बत रोती हैं। 



14. हुशन वाले ने सागर, ये हालात मेरी बताती हैं। पहले किया प्यार हमसे, फिर चिंता मेरी सजाई हैं। 


5. हुस्न वाले से कोई गिला नहीं, इनकी फितरत तो बेवफाई हैं। कोई वफा करे या नहीं सही, इनकी आदत तो बेवफाई हैं। 



16. हसीनों को करीब से देखा है, इनके पास बेवफाई हैं। जिन्होंने प्यार किया है इनसे, उन्होंने उसकी कब्र बनाई है। 



17. मोहब्बत लाई है कब्रिस्तान में मुझे, प्यार ने मैया तेरी सजाई हैं। जिनसे मैंने की थी वफा, उसने ही मुझसे की बेवफाई हैं। 



18. जी जी कर मरे प्यार में, कदम कदम पे धोखा खाया हैं। कुछ भी नहीं है पास मेरे, बस खाली पैमाना पाया हैं। 



19. मौत से भी ऐसा भी साकी, रिश्ता अजीब सा लगता हैं। वो अभी मेरे अपने हैं, रिश्ता अजीब सा लगता हैं। 


20. दिल्लगी भी कर के देख ली, भुला ना पाए यहां उन्हें। सब कुछ भूल गए सागर, बस भुला ना पाए यहां उन्हें।

Alone Shayari, Shayari on Loneliness, Tanhai Shayari :

दुखी और एकाकी प्रेमी की भावनाओं के बारे में नवीनतम शायरी यहाँ पढ़ें। अकेलापन, अकेलपन और तन्हाई के बारे में कविता का नया संग्रह। इन शायरी, एसएमएस और स्टेटस को दोस्त, प्रेमिका या प्रेमी के साथ साझा करें या फेसबुक या व्हाट्सएप स्टेटस के रूप में सेट करें। आल बेस्ट अलोन शायरी, तन्हाई शायरी और अकेलापन स्टेटस हिंदी और अंग्रेजी दोनों में उपलब्ध है।




1. मौत भी बेवफा है सागर, अब वह भी करीब नहीं आती। पहले आती थी याद उनकी, अब याद आती थी उनकी आते नहीं। 



2. नफरत मिली है जमाने में, कैसे किसी से दिल लगाएं। सब कुछ तो खो दिया प्यार में, अब कहते हो उन्हें भूल गए। 



3. इश्क करना आसान नहीं होता, इश्क धोखा और फरेब हैं। वो आती हैं चाहत से उनकी, चाहत उनकी धोखा फरेब हैं।



4. अजीब है हाल दर्द के मारों का, तनहाई में तारों को रोते पाया है। हाल खुदा-ए-मोहब्बत, दिल अपनों का अपनों का दुखाया है। 



5. कौन सा तहत आज कांटो का गुलों के बादल कारों की महफिल पाई है सभी पूछते हैं हाल-ए-दिल सागर किस कदर मैंने रो-रोकर रात बिताई हैं। 



6. जिंदगी से सुकून कहां है मर कर फिर वापस आना सजाएं ए मोहब्बत की सागर वही आंसू कतरे लहू के बहाना है। 



7. खुदा जाने कब प्यार हुआ दिल टूटा मगर कब एतबार हुआ शहनाई जब गूंजे उनके कोचों में तब जाकर हमें ऐतबार हुआ। 


8. दर्द-ए-दिल है पास मेरे खुशियां ले गए वह शहनाई के साथ जमाने भर का दर्द दिया सब कुछ ले गए वह शहनाई के साथ। 


9. एक अजीब सी साथी तमन्ना थी उनकी बारात देखने की ना जाने कब जनाजा उठ जाए तमन्ना अधूरी रहेगी बारात देखने की। 



10. हम तुम्हें चाहत से आजाद करते हैं तुम्हारा हर गम अपने नाम करते हैं जनाजा उठा लो इस जमाने वालों हम उन्हें अपने साथ से आजाद करते हैं। 


11. शहनाई गूंज रही है हर तरफ कलियां बिजी हैं उनकी राहों में कांटे का विश्व ना मेरा है सागर आंखें बिजी हैं उनकी राहों में। 


12. मौत से कब डर था मुझे हर तमन्ना खाक हो चुकी है सागर बस इंतजार है उनकी बारात का बाकी हर तमन्ना खाक हो चुकी सागर। 


13. गूंज उठी है घर में शहनाई उनके शायद बारात आएगी कोचों में उनकी जल्दी से मैयत उठा लो जमाने वालों शायद बारात आएगी उनकी कोचों में उनकी। 


14. घड़ी दो घड़ी में विदाई होगी मेरी चाहत सागर पराई होगी खड़ा रहूंगा मैं तन्हा राहों में साथ मेरे उनकी बेवफाई होगी। 


15. ईमान बदनाम हमारा है मुजरा काम हमारा है महफिल हैं शरीफों की नाम बदनाम हमारा हैं। 


16. दिल बहलाना काम हमारा है बस पैसा ही मान हमारा है यूं तो सभी शरीफ है ज़माने में बस नाम बदनाम हमारा है। 


17. शराफत तुम्हें मुबारक हो यह कोठे जन्नत हमारी हैं क्या काम हमें शराफत से यह महफिल जन्नत हमारी हैं। 


18. गली की खाक है हम सागर बदनाम गली में घर हमारा जगजीत है हमें बुलाएं आपके कदमों में सारा संसार हमारा है। 


19. इश्क मोहब्बत प्यार वफा सब सागर तुम्हें मुबारक हो वफा से क्या काम हमें जब प्यार बदनाम हमारा हो। 


20. दिल का क्या कसूर सागर बस रोना नसीब हमारा हैं कभी मोहब्बत थी आपसे मगर अब रोना नसीब हमारा है। 

 Love Shayari Status In Hindi For Girlfriend :

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1. वो चले बिजली गिरा कर, हम दिल थाम कर बैठ गयै। उन्होंने दिए जख्म हम, मुस्कुरा कर बैठ गए। 




2. अपना से खाए जख्म तो, आदत सी हो गई जख्म खाने की। इतनी ठोकर लगी हैं हमें अब तो, आदत सी हो गई चोट खाकर मुस्कुराने की। 



3. बदल गई दास्तां, महज फर्क इतना है। दो कदम की दूरी, रास्ता मौत जितना हैं। 


4. शमां बदली तो, शमां फ़ज़ल बदलं गयी। जिस नजर की थी आरजू, आज वह नजर बदल गई। 




5. जो दाग माथे पर हैं, उसे पसीने से मिटाना हैं। जो इज्जत डूब गयी हैं, उसे किनारे पर लगाना हैं। 




6. तहज़ीब से तहज़ीब सीखी, सिर झुकाना आ गया। उनसे जो मिली नजर, हमें मुस्कुराना आ गया। 




7. इसका का ये असर हैं खुदा, हम दायरा तहजीब का भूल गये। जब से वह आये मेहमां बनकर हम मुस्कुराना भूल गये। 



8. आंखों में लाज का गहना, होठों में चाहत की प्यास है। मैं तो करीब हूं तेरे, फिर क्यों तेरा चेहरा उदास हैं। 



9. डूब चुके कितने अफसाने, इन आंखों के पानी में। जिक्र तलक ना आया मेरा, जमाने की किसी कहानी में। 




10. इस कदर मिले जख्म, भूल गए नाम-ए-वफा। याद है तो महज इतना, मिली थी कभी एक बेवफा। 





11. हमें बर्बाद करके हंसने वाले, जशन कामयाबी का मनाते हैं। जीते जी पहाड़ उठाया सागर, हम मर कर भी ताज उठाते हैं। 




12. सिर उठाकर जीते थे, अब सिर झुकाकर चलना पड़ता हैं। कभी जीते थे उनके नाम पे, अब उनके नाम पर मरना पड़ता हैं। 


13. मौत भी आती नहीं सागर, नाकाम मोहब्बत होती है। यह मानते हैं जशन-ए-कामयाबी, बर्बाद मोहब्बत रोती हैं। 



14. हुशन वाले ने सागर, ये हालात मेरी बताती हैं। पहले किया प्यार हमसे, फिर चिंता मेरी सजाई हैं। 


5. हुस्न वाले से कोई गिला नहीं, इनकी फितरत तो बेवफाई हैं। कोई वफा करे या नहीं सही, इनकी आदत तो बेवफाई हैं। 



16. हसीनों को करीब से देखा है, इनके पास बेवफाई हैं। जिन्होंने प्यार किया है इनसे, उन्होंने उसकी कब्र बनाई है। 



17. मोहब्बत लाई है कब्रिस्तान में मुझे, प्यार ने मैया तेरी सजाई हैं। जिनसे मैंने की थी वफा, उसने ही मुझसे की बेवफाई हैं। 



18. जी जी कर मरे प्यार में, कदम कदम पे धोखा खाया हैं। कुछ भी नहीं है पास मेरे, बस खाली पैमाना पाया हैं। 



19. मौत से भी ऐसा भी साकी, रिश्ता अजीब सा लगता हैं। वो अभी मेरे अपने हैं, रिश्ता अजीब सा लगता हैं। 


20. दिल्लगी भी कर के देख ली, भुला ना पाए यहां उन्हें। सब कुछ भूल गए सागर, बस भुला ना पाए यहां उन्हें।

True Love Thoughts Quotes for WhatsApp 

महेश और संध्या एक-दूसरे से बेहद प्यार True Love करते थें वो दोनों एक ही स्कूल में पढ़ाई करतें थे और दोनों 12वीं क्लाश में पढ़ते थे और दोनों का साल का आखिरी महीना बचा हुआ था |


 1. एक दिन महेश और संध्या गर्ल फ्रेंड की तरह 
True Love थे और दोनों रविवार को पार्क में घुमनें के लिए गए तब संध्या ने महेश से पूछा आपका मेरे अलावा और कोई "Girlfriend" हैं | महेश ने बोला - संध्या तुम ये ऐसा क्यूं पुंछ रहीं हों। 

 2. तभी संध्या ने कहा - में आपसें बेहद प्यार True Love करती हूं, मैं 12वीं क्लाश में हुं, अभी सिर्फ एक महीना और रह गया हैं, उसके बाद मेरे मम्मी पापा मेरी शादी करवा देंगे लेकिन महेश मैं तुमसे बहुत प्यार करती हूं मैं किसी और से शादी नहीं करना चाहतीं !!

 3.और साथ ही मैं संध्या ने कहा "महेश" मैं मन ही मन तुम्हें अपना सब कुछ मान चुकी हूं और अगर तुमनें मुझे कभी " छोड़" भी दिया तो भी मैं तुम्हें भुला नहीं पाऊंगी ये कहतें ही संध्या की आंखों में आंसू आ गए "संध्या को इस तरह रोते देख | 


4
. महेश नें सबसे पहले उसके आंसू पोंछे और फिर संध्या को अपनी बांहों में ले लिया और फिर उससे ये कहां कि "मेरी जान" पगली " मैंने तुम्हें " छोड़ने के लिए " थोड़ी प्यार किया हैं हमारा प्यार तो सात जन्मों तक रहेगा। 

5. और सुन पगली मैं जल्दी ही अपनें घरवालों ( मेरें मम्मी पापा के साथ ) के साथ तुम्हारें पिताजी से तुम्हारा हाथ मांगने जरुर आऊंगा ये सुनते ही संध्या बहुत खुश हो गयी और खुशी के मारे वो फिर से महेश की बांहों में लिपट गयी। 

6. और फिर वो दोनों ही अपनें अपनें घर चलें गए अब कुछ ही महीनों में दोनों की स्कूल की पढ़ाई (12वीं क्लाश का आखिरी महीना भी पुरा हो गया था ),,,,,,, अब दिन ब दिन संध्या और महेश का प्यार बढ़ता ही जा रहा था। 
7. और कुछ दिनों के बाद महेश संध्या के फोन करके कहता है संध्या मैं अपने मम्मी पापा के साथ तुम्हारा हाथ मांगने तुम्हारें घर आ रहा हूं। तुम्हारे और मेरे रिश्तें True Love के लिए, यह बात सुनकर संध्या बहुत ही खुश होकर महेश से कहती हैं। 


8. महेश आज़ तो तुमनें मुझे "Surprise" ही कर दिया तुम जल्दी आ जाओ और मैं जल्दी ही तैयार हो जाती हूं और करीब दो घंटे में ही महेश और महेश के माता-पिता संध्या के घर पर पहुंच जातें हैं। 

 9. लेकिन जब महेश संध्या के घर पहुंचता हैं तो वो क्या देखता हैं कि संध्या का तो इतना बड़ा घर, ताज महल, बहुत सुंदर घर हैं और महेश मन ही मन सोचता कि संध्या के पिताजी बहुत ही अमीर हैं लेकिन हमारा परिवार तो इनके आगे कुछ भी नहीं तभी महेश ने संध्या के घर की बैल बजाईं बैल बजाते हीं संध्या समझ जातीं हैं कि महेश आ गया तभी संध्या अपने घर के नौकरों को बिना कहें खुद ही दरवाजा खोलने चली जाती हैं "

10.  संध्या महेश और महेश के परिवार का स्वागत करतीं हैं और उन्हें अंदर लेकर जाती हैं अंदर जातें ही महेश के माता-पिता इतने बड़े घर को देखकर ये सोचते हैं कि पता नहीं संध्या के पिताजी ये रिश्ता करेंगे या नहीं। 

11. तभी अचानक संध्या के पिताजी भी आ जातें हैं और संध्या के पिताजी भी बोलते हैं आपका स्वागत है हमारे घर में और सभी के लिए नाश्ता पानी मांगवाते हैं तो तभी महेश के पिताजी ने महेश के लिए संध्या के पिताजी से संध्या का True Love हाथ मांग लिया। 




12. तभी संध्या के पिताजी ने महेश से पूछा महेश तुम काम क्या करतें हों तभी महेश ने बड़ी ही प्यार से कहा अंकल जी मैंने रेलवे की बड़ी भर्ती पर फ़ार्म भर रखा हैं और मैंने रेलवे भर्ती का परीक्षा पेपर भी दे दिए हैं और बस अब रिजल्ट आना ही बाकी हैं। 

13. तभी संध्या के " पिताजी " ने फिर से पुछा " - कि उस रेलवे की पोस्ट पर तुम्हारी सैलेरी कितनी होगी तो महेश ने कहा कि "अंकल जी" बस यही 40000 हजार के आस पास होगी। 

14. यह सुनते ही संध्या के पिता जी ने महेश से बहुत ही गुस्से में कहा कि तुम्हें पता हैं की 30,000 हजार तो मेरी बेटी 5 दिन में ही खर्च कर देती हैं और तुम्हें शायद यह भी नहीं पता होगा कि मेरी बेटी संध्या हर दिन 10 से 15000 की तो बाहर शॉपिंग करके ही खर्च कर देती हैं यह सुनते ही महेश के पिता जी ने भी गुस्से से यह कह दिया कि शायद आपको आपकी इस धन दौलत पर बहुत ही ज्यादा घमंड हैं। 

15. रखिए अपने धन दौलत अपने पास और अपने बेटीं को शादी किसी करोड़पति लड़के से करवाना तभी वह अपने बेटे महेश का हाथ पकड़कर यह कहते हैं कि चलों बेटा हम तेरा रिश्ता कहीं और करवा देंगे। 

16. तभी महेश संध्या की पिताजी की आगे हाथ जोड़कर यह कहता है कि अंकल जी मैं आपकी बेटी से बेहद ज्यादा True Love प्यार करता है और आपकी बेटी संध्या भी मुझसे बहुत प्यार करती हैं। 


17. 
प्लीज अंकल जी इस रिश्ते के लिए आप मान जाइए और आपसे मैं वादा करता हूं कि मैं आपकी बेटी को जरा भी दुखी नहीं रखूंगा यह सुनते ही संध्या की भी आंखों में आंसू आ जाते हैं और वह भी अपने पिताजी से कहती हैं। 

18. कि पिताजी मैं भी महेश से बेहद प्यार करती हूं और मैं उसके बिना मैं नहीं रह पाऊंगी किसी और से कभी भी शादी नहीं कर पाऊंगी बेटी की यह बात सुनकर उसके पिताजी ने उसको एक थप्पड़ मार दीया। 

19 तभी संध्या रोती हुई अपनें कमरे में चली गई और संध्या की पिताजी ने गुस्से में आकर कहां अपने नौकर से कि इन लोगों को यहां से बाहर निकाल दो यह सुनते ही महेश और उनके माता-पिता बड़े ही निराश होकर संध्या के घर से चले गए। 

20 संध्या के पिताजी ने जल्दी ही संध्या की एक बड़े घर में शादी तय कर दी और उन्होंने उसकी जबरदस्ती 1 महीने के अंदर सगाई भी करवा दी उधर महेश की रेलवे में नौकरी भी लग चुकी थीं तब एक दिन अचानक संध्या ने महेश को फोन करके यह कहा कि महेश तुम कहां चले गए थे मैंने कितनी बार तुम्हारा नंबर मिलाया लेकिन तुम्हारा नंबर बंद जा रहा था।



 21. और मैंने अपनी सहेली को भी कितनी बार तुम्हारे घर पर भेजा था अगर तुम्हारे घर तो ताला लगा हुआ था फिर मुझे तुम्हारा एक दोस्त मिला तो मैंने उससे तुम्हारा नंबर लेकर तुम्हें फोन किया है मेरे पिताजी ने मेरी सगाई जबरदस्ती ही किसी और से करवा दी है लेकिन मैं तुम्हारे बिना नहीं रह सकती तुम जल्दी यहां आ जाओ महेश वरना मैं अपनी जान दे दूंगी। 

22. तब महेश ने कहा :- संख्या में भी तुमसे बेहद प्यार करता हूं लेकिन प्लीज तुम ऐसा कोई भी कदम मत उठाना कि जिसकी वजह से तुम्हारे घर वालों को शर्मिंदा होना पड़े और संध्या अगर हमारा प्यार सच्चा होगा। 

23. तो हमें मिलने से कोई भी नहीं रोक सकता और संध्या अगर हमने घर से भाग कर शादी कर ली भी तो तुम्हें पता है जीवन के आने वाले वक्त में हमारे बच्चे भी ऐसा ही करेंगे और फिर हमें भी बहुत शर्मिंदा होना पड़ेगा। 

 24. इसीलिए संध्या हमें हमारे प्यार पर पूरा विश्वास रखना चाहिए और उस भगवान पर भी जिसने हम दोनों को सच्चा प्यार True Love करवाया हैं अब बस तुम वैसा ही करो जैसा तुम्हारे घरवाले तुमसे कह रहे हैं। 

25. यह बात कहते हुए महेश की आंखों में आंसू आ रहे थे लेकिन उसने अपना सारा दर्द छुपाते हुए संध्या को गलत कदम उठाने से बचा लिया अब समझाने रोते हुए महेश से यह कहा कि महेश मैं तुम्हारे कहने से अपने परिवार की बात मानकर यह शादी जरूर कर लूंगी मगर तुम यह बात याद रखना कि शादी करके किसी और के पास मेरा शरीर ही जाएगा मगर मेरी आत्मा हमेशा सिर्फ तुमसे ही प्यार True Love करेगी। 


26. ये कहकर संध्या रोती हुई फोन को काट देती हैं उधर महेश भी बहुत रोता हुआ जमीन पर बैठ जाता है अब संध्या की शादी का दिन भी आ गया और अब तो उसकी चौखट पर बारात भी आ गई थी। 


27. तभी अचानक जैसे ही संध्या दुल्हन के जोड़े में सीढ़ियों से नीचे उतर रही थी वैसे ही उसे बड़ी तेजी से चक्कर आ गया और वह चक्कर खाकर चिड़िया से नीचे की तरफ गिरती हुई चली गई। 

28. और नीचे गिर कर वह बेहोश हो गई और संध्या के सिर और पैर में बहुत ज्यादा चोट लग गई थी और शायद उसके पैर की हड्डी भी टूट गई थी तभी संध्या की पिताजी ने फटाफट एक एंबुलेंस बुलवाई और जल्दी से वह उसे हॉस्पिटल लेकर गए तभी महेश के एक दोस्त ने महेश को भी फोन कर के हॉस्पिटल ही बुला लिया। 

29. महेश को हॉस्पिटल में देखकर संध्या की पिताजी उस पर बहुत गुस्सा होते हैं मगर वहां उनकी सभी रिश्तेदार होने की कारण उसे कुछ भी नहीं कर पाते हैं तभी डॉक्टर संध्या का इलाज करके बाहर आते हैं तो संध्या के पिताजी ने डॉक्टर से पूछा कि डॉक्टर क्या मेरी बेटी ठीक हैं। 


30. 
तब डॉक्टर कहते हैं कि उनके पैर की हड्डी कुछ ज्यादा ही टूट गई है इसलिए हमने उसका छोटा सा ऑपरेशन कर दिया हैं और हां तब शायद उसका पैर हल्का सा टेढ़ा भी रहेगा यह कहकर डॉक्टर वहां से चला जाता है तब संध्या के पेड़ के बारे में सुनकर संध्या के होने वाले ससुर ने उसी वक्त संध्या से अपने बेटे की शादी के लिए बिल्कुल ही मना कर दिया था तभी संध्या की पिताजी उसके आगे हाथ जोड़कर कहते हैं। 

31. संध्या के पिताजी कहते हैं कि समधी जी आप शादी के लिए कैसे मना कर सकते हैं हमारी सारी तैयारियां हो चुकी हैं और आप ऐन वक्त पर इस शादी के लिए मना कर रहे हो कृपया समधी हमारी इज्जत को समझिए। 

32. और शादी के लिए मना मत करिए आप चाहे तो मुझसे 15 से 20 लाख यूपीए और ले लीजिए मगर मेरी बेटी को अपना लीजिए और मैं कुछ भी करके अपने संध्या का पैर बिल्कुल ठीक करवा दूंगा। 

33. तभी दूल्हे का बाप संध्या की पिताजी का हाथ हटाते हुए गुस्से में कहता है कि तुम्हारी औकात ही क्या है मेरे सामने तुम मेरे बेटे को क्या 15 से 20 लाख रुपए में खरीदना चाहते हो। 

34. तुम्हें पता भी हैं 15 से 20 लाख तो मेरा बेटा यूं ही खर्च कर देता है और तुम्हारी बेटी के साथ अपने बेटी की शादी में इसलिए करवा रहा था क्योंकि तुम्हारी बेटी बहुत ही सुंदर थी मगर अब तो उसका पैर टूट गया और हमारे यहां इससे अपशगुन कहते हैं इसलिए मैं अभी के अभी तुम्हारी बेटी के साथ अपने बेटे का रिश्ता पूरी तरह से तोड़ता हूं यह कहकर वह अपने बेटे और पूरी बारात को वापस लेकर चले जाते हैं। 

35. इस बात से दुखी होकर संध्या की पिताजी हॉस्पिटल में बहुत रोने लग जाते हैं और उन्हें वह सारी बात याद आ जाती है जो उन्होंने महेश की पिताजी से कही थीं और उनकी बहुत बेइज्जती भी की थी उसी तरह आज उनकी भी बेज्जती ही हो गई और पैसा भी धरा का धरा ही रह गया यह बात सोच कर संध्या के पिताजी बहुत दुखी हो रही थी।

36. तभी अंदर से एक नर्स संध्या को व्हील चेयर पर बाहर लेकर आई और संध्या भी बहुत ही रोने लगी तभी संध्या के पिताजी ने संध्या से कहां की बेटी अभी अभी तेरे होने वाले ससुर ने यह रिश्ता तोड़ दिया वह दुल्हें और बारात को भी वापस लेकर गए। 

37. तभी संध्या अपने पिताजी का हौसला बढ़ाते हुए कहती है कि पिताजी जो होता है अच्छे के लिए ही होता है और आपकी बेटी का दूल्हा और बारात आपके बिल्कुल सामने ही खड़ा हैं तभी संध्या की पिताजी देखते हैं की महेश और उसके पिताजी और महेश के सभी दोस्त हाथ जोड़कर खड़े हुए थें। तभी संध्या अपने पिताजी से कहती हैं। 

38. कि पिताजी अब फैसला आपके हाथों में हैं कि आपको अपनी धन दौलत के बराबरी वाला लड़का चाहिए या आपकी इज्जत करने वाला और ""मुझसे प्यार करने वाला"" यह सुनते ही संध्या की पिताजी महेश के पिता जी के पास जाकर हाथ जोड़कर माफी मांगते हैं और कहते हैं कि उस दिन मैंने आपकी इतनी ज्यादा बेज्जती की थी उसके लिए मैं आपसे माफी मांगता हूं कृपया मुझे - "माफ कर दीजिए" 

39. उस वक्त में अपने धन दौलत में अंधा हो चुका था तभी महेश के पिताजी यह कहते हैं कि आप यह माफ़ी वाफीं छोड़िए और "महेश और संध्या की शादी" की तैयारियां कीजिए। 

40. तभी सभी लोग शादी में पहुंच जाते हैं संध्या की पिताजी भी बहुत खुश हो जाते हैं लेकिन प्रिया के पैर में तो चोट लगी हुई थी तो शादी में फैरे कैसे हो पाते तभी महेश ने प्रिया को अपनी गोद में उठा लिया और गोद में उठाकर महेश ने अपनी सारी रस्में पूरी कर दी और मैं इसने संध्या से कहा ठीक मैंने कहा था न संध्या अगर हमारा सच्चा प्यार होगा तब वह जरूर मिलेगा यह सुनते ही संध्या बहुत खुश हो जाती हैं और महेश की गोद में बैठे ही बैठे उसकी बाहों में लिपट जाती हैं और मिल जाता है महेश और संध्या का सच्चा प्यार True Love 💏🙋💋💔

Best Cute Love Status And Image for Whatsapp :


1. अब बाल सफेद होने लगे हैं| आगे पीछे बच्चे रोने लगे हैं। कैसे करूं अब मैं आशिकी हुस्न वाले बड़े 
2. तुम्हें चाहता हूं मैं, खुदा जाने क्या चाहता हूं मैं।
खुदा जाने अनजान-ए-मुहब्बत, तुम्हें पाने की दुआ चाहता हू
3. टूट कर साख के पत्ते बिछड़ते जरूर हैं।बड़े मियां इश्क करें या ना करें,हसीनों को देखते जरूर हैं।




04. पत्थर से आग बरसती हैं| खुदा जाने में कब बरसात होगी। 
उसके ख़त तो रोज मिलते हैं खुदा जाने कब मुलाकात होगी। 
 

05. मुलाकात तो रोज होती है फर्क इतना है जिस नहीं मिलते। 
मेरी रूह उनके पास है फर्क इतना है वह याद नहीं करते।  



06. मैं जहां बसा पहाड़ में, तुम गंगा के तट। 
अब तो मिलन कठिन हैं, पैरों में पड़ी जंजीर। 

07. इसकी की बेटी हैं, चाहत की जंजीर हैं। 
मैंने तुम्हें चाहता हूं, आगे मेरी तकदीर हैं. 



08. तुम्हें कसम है मेरी जान, मेरे पहलुओं से यूं ना सरको।
सरको तो ऐसे सरको,कलम कर दो मेरे सरको।



09. काटे नहीं कटती हैं तन्हाई की रातों | याद मुझे भी आती है 
तो जुदाई की रात में। ना रातों की नींद ना दिन को सुकून, 
हंसती थी मुझे भी वो नागिन सी काली रातें। 



10. जख्मी दिल जो किताब हैं| जो उशकों से लिखी गई है।,
हर्फ बने हैं इश्क वह दिखाएं, जो बेवफा बेइंतहा दे गरीब हैं।

 
Best Love Shayari 2021 
11. प्यार की इमारत को खंणडर बनाते देख लिया ताजमहल को भी टूट कर बिखरते देख लिया। बाद मरने के बीच ना खुदा का जमाना, हमने 100 बार मर कर भी देख लिया। 

12. चाहतीं तो हूं मैं भी तुम्हें, नजर झुके तो झकरार समझ लो।
जमाना बैरी है साजन,पल्लु सटके तो प्यार समझ लो।

13. जागता रहा हूं रातों में, बस ख्वाब देखना काम हैं।
आंखों में है तस्वीर तेरी,  मुझे दुनिया से क्या काम है।

14. क्यों है नींद उड़ी हुयी, क्यों इतना बेकरार होते हो। 
सगाई हमारी हो चुकी, क्यों इतने बेकरार होते हो|


Best Love Shayari 2021
15. जब से मेरी सगाई हुई,  नींद में पलकों में आना छोड़ दिया | 
तन्हा रहता हूं मैं रातों मे. तुमने ख्वाबों में आना छोड़ दिया|


Best Love Shayari 2021
16. मत इतने बेचैन रहो,4 दिन की बस दूरी हैं।
सुहाग रात मनाने से पहले, थोड़ा इंतजार बहुत जरूरी है।


Best Love Shayari 2021
17. प्यार करो रुसवाई मिले, किस्मत की बात निराली है।
प्यार में जिसको मंजिल मिलें,उसकी किस्मत बड़ी निराली है।  


18. जिंदगी जहन्नुम बनती हैं| प्यार में दगा खाने के बाद। आंखों से नींद उड़ जाती हैं| प्यार में दगा खाने के बाद,


Best Love Shayari 2021
19. जब तुम्हें नींद नहीं आती| तो हमें कैसे चैन आएगा। 
कैसे हम सकून से जिएंगे, जब कोई हमें दिन-रात तड़पाएगा।
20. चमन से उजड़ा फूल तो|  खिजाओं का भाग्य चमका। उजड़ा गुलशन देखकर बेवफाओं का भाग्य ।

1. फूल समेटकर दामन में जहां में खाक बांटते हो पहले करते हो प्यार फिर दाग दामन में लगाते हो
2. बेदाग दामन को सागर जो दाग लगाया ना करो दिल तोड़कर सागर यूं मुस्कुराया ना करो 
3. क्यों उठाते हो जनाजा मोहब्बत का बेगुनाह मोहब्बत पर सितम गांव नहीं शौक से उठा लेना जनाजा मेरा मेरी हालत पर आंसू बहाना 
4. गुलों की चाहत में सागर घरों की बिस्तर पाया है जैन से की थी वफा हमने उनसे बदनाम पर दाग लगाया 
5. जख्म खाकर प्यार में लव दिल का बाया दिया तेरी खुशी के लिए हमने नाम तक तेरा भुला दिया 
6. दाग दामन के धोने के लिए हम लहू दिल का बातें हैं तुम्हारी खुशी के लिए हम दुनिया छोड़कर जाते हैं 
7. क्षमा जलाकर प्यार की वह चल दिए उसे बुझाते हो गई आग लगाकर प्यार की और चल दिए दामन छुड़ा ते हुए
8. दुआ वफा की देते हो जाम बेवफाई का देते आए हैं मेरी हालत पे सागर बस वह मुस्कुराते आए हैं 
9. फिजाएं वफा से फर्क कितना दोनों बदल जाते हैं वक्त और हालात के साथ एक की यादें रहती हैं तो उम्र और दूसरी भूल जाते हैं वक्त और हालात के साथ 
10. जब जिक्र वफा का आएगा ना मेरा होगा वफाओं में तुम कहोगे मुझे बेवफा खुशबू आएगी वफाओं की फिजाओं में 
11. जुबा पे जिक्र तलक ना आएगा यह सागर मेरी वफाओं का बदनाम प्यार होगा मेरा जब सरसा होगा बेवफाओं का
12. आशिकी अभी सोया नहीं करते हंसी ख्वाबों में खोया नहीं करते आशिकी सोते हैं बस एक बार और आशिक बार-बार सोया नहीं करते 
13. जनाजा मोहब्बत का उठा कर आए हम लहू दिल का बहाकर आए खुश हो जाओ यह जमाने वालों हम प्यार अपना दफना कर आए 
14. वह हम पर इल्जाम लगाया आए हैं हर पल दिल के सितम ढाते आए हैं वह ख्वाब देखते हैं शादी का हमसे हम उनकी अदाओं पर मुस्कुराते आए हैं 
15. क्षमा जलाकर प्यार कि वह शमा बुझा कर चले गए हर सितम सहा हमने कि मेरे हाल पर मुस्कुराता चले गए 
16. उनकी यादें हमसे भुलाई नहीं जाती मन की रस्में उसको जीने पाई नहीं जाती वह कीमत मांगते हैं प्यार की हमसे उनकी कीमत चुकाई नहीं जाती
17. शमा तो जलती है सरे शाम मंजिल मिलती है कभी-कभी यादें तो आती है हर शाम फिल्म महफिल मिलती है कभी-कभी
18. अश्क आसमां से बहाए नहीं जाते उनसे अपने सितम से पाए नहीं जाते हसरत तो उनकी भी हैं दीदार की बदकिस्मत हम कबर में लिटाया नहीं जाते
19. शान ख्वाबों में आती हो तुम ऐसा चाहता का दिलाती हो तुम कभी पास आती हो मोहब्बत की शाम है कभी दूर जाती हो सताने को तुम
20. तेरी खूबसूरती की क्या मिसाल दूं सो जाओ मैं भी तेरा रंग नजर आता है देखता हूं मैं जब भी नजरों को हम नजर में तेरा चेहरा नजर आता है
1. नजर मिलते ही नजारा बदल जाता है सजा पर आते ही तराना बदल जाता है पैगाम ए वफ़ा तो सभी भेजते हैं आज माई के वक्त पर जमाना बदल जाता है
2. यूं तो वफाओं का पैगाम आता है लब पे बेवफाओं के भी हमारा नाम आता है यह तो बेवफाई देखी हैं एक से एक एक बेवफा पर भी हमें प्यार आता है 
3. क्यों दामन को दागदार करते हो क्यों बेवफा से प्यार करते हो जो पूछता है तो मैं खुदा की तरह क्यों उसके प्यार को बदनाम करते हो
4. दाग दामन में छुपाते हो क्यों हमें बेवफा बताते हो क्यों तुम तो सौदागर और जिस्म के आज हमसे नजरें चुराते हो क्यों
5. सच्ची वफा को यह सागर दुनिया ने इनाम बाजार दिया मेरी मोहब्बत को ऐसा कर दुनिया ने तबायत का नाम दिया क्यों देखती हो
6. तुम दर्पण को एक बार हमसे नजर मिलाकर देखो क्यों सताती हो इस कदर जान मेरी एक बार बाहों में आकर देखो 
7. तुम खोकर तुम कुछ पा जाओगे जब तुम मेरी बाहों में जाओगे सुकून मिलेगा मुझे भी जान मेरी जब तुम मेरी बाहों में आ जाओगे
8. घुंघट में छिपा है चेहरा तुम्हारा कफन मेरे लव में सजाया गया शादी का जोड़ा हो तुझको मुबारक मुझे भी कब्र में लिटाया गया हूं 
9. याद उनकी मुझे अब सताने लगी है दुनिया मेरा चेहरा अब सिर्फ आने लगी हैं एक बार दिखाया हो उन्हें सैरा मेरा दुनिया मुझे अब कब्र में लिटाने आने लगी हैं
10. घड़ी अब जुदाई की है दुनिया वालों वह भी हाथों पर मेहंदी रचाने लगे हैं सिर्फ जोड़ा सजा है बदन पर छोड़ दुनिया को तेरी हम भी जाने लगे हैं
11. मुबारक हो साजन उन्हें खुशियां हम भी अश्क बहा कर जी लेंगे वह जश्न मनाएंगे शादी कर अपनी हम भी जख्म दिल ओके सी लेंगे 
12. लहू दिल कब आया था हमने तो मेरे लहू से मेहंदी रचाने लगे थे हम रोते हैं मुक़द्दर पर अपने को मेरी हालात पर मुबारक लगे 
13. की वफा हमने उनसे थी सागर बदले में पाया आज कफन है शादी का जोड़ा मिला है उन्हें भी बेवफाई बनी आज मेरा कफन है 
14. कब्र में लेटा कर हमें सागर आंखें नम उनकी भी होगी देना फटकार कफन का टुकड़ा खुशबू कफन में मोहब्बत की होगी 
15. अश्क बहाते हैं किस्मत पर अपने वजन भी शादी का मनाने लगे शर्म हाय का पर्दा रखते हम भी कफ़न में चेहरा छिपाने लगे हैं
16. छिपाकर जख्म मोहब्बत के सागर हम भी प्यार अपना सिर्फ आने लगे हैं वह जश्न मनाते हैं शादी का अपनी हम भी अश्क आंखों में से पानी लगे हैं 
17. गीता गाते हैं और पल खुशी के हम भी दामन लव से दिखाने लगे हैं हम शिरैशी हैं होठों पर उनकी हम भी 16 दिन में दबाने लगे हैं
18. देखकर यह हालात हमारी लोग मजनू हमें बताने लगे हैं नाम क्या था हमारी कभी अब लोग पागल दीवाना बताने लगे हैं 
19. स्वर्ग जोड़ा मुबारक हो तुमको लोग हमें अभी दफनाने लगे हैं कल उठेगी सपना डोली तुम्हारी लोग आज साजन की अर्थी उठाने लगे हैं
20. मोहब्बत की साथ में ऐसा अगर हमने अश्कों की सौगात पाई हैं उन्हें मिली जहां की खुशियां हमने अपनी जिंदगी बर्बाद पाई हैं

                                       1. शादी का देखा था ख्वाब खबर मौत की खाई है तेरे प्यार के चक्कर में मेरी हुई रुसवाई हैं

2. रुत रंगीन थी जान मेरी हर तरफ बाहर नजर आती थी मेरी बाहों में आने के लिए तू भी बेकरार नजर आती थी

3. हंसकर गले लगाती थी या की वफा का दिलाने के लिए जो बेवफा ना थी जान मेरी क्यों आती थी गले लगाने के लिए 

4. गम ए मोहब्बत गम ए जुदाई बस अश्कों की दौलत भाई हैं कुछ भी ना मिला प्यार में बस अश्कों की दौलत भाई हैं

5. कसम खाई थी साथ निभाने की कुछ तो वफा निभाई होती बेवफाई करने से पहले मेरी कबर तो बताई होती

6. कलियों से नाजुक हो फूलों से दिलकश हो तुम दुनिया कहती है मासूम मैं कहता हूं कातिल हो तुम 

7. तुमसे ही था प्यार मुझे तेरी वफा का दम आता हूं तूने ना दिखा प्यार मेरा मैं तेरे लिए ही मरता था 

8. हर शाम ख्वाबों में आते हो तुम एक नया गम दे जाते हो तुम पास आती हो एक पल के लिए गम ए जुदाई दे जाते हो

9. तुम मेरी जिंदगी मेरी अमानत थी तुम्हें सांसों में समाई थी जलाकर आंख्या मेरा तो नहीं खबर बनाई थी

10. क्या पाया है प्यार में हर खुशी गई है शहनाई के साथ अश्कों की दौलत है पास मेरी हर खुशी गई तेरी बेवफाई के साथ 

11. बॉस आया जब मुझे खुदा खुद ने बेहोश होना चाहता जिंदगी से तो मौत अच्छी तुझे जिंदगी थोपना चाहता हूं

12. जिसने किया था प्यार मुझसे मैं कैसे उसे बेवफा कह दूं जो है आज भी मेरे सपने में कैसे बने बेवफा कह दूं 

13. रिश्ता अमीरों से जुड़ा ना गया वफा अमीरों की रास ना आती जिंदगी मोहब्बत चांदी सोना हो उसे मेरी चाहत रास ना आती

14. तुम मेरी जान लगती हो बसों की पहचान लगती हो ना जाने कौन सा रिश्ता है हर रिश्ते से अनजान लगती हो

15. आपकी तस्वीर बनाता हूं मैं चोट दिल पर खाने के बाद आपकी फोटो पर और चढ़ाता हूं मैं आपसे दगा खाने के बाद 

16. जख्म खाया है प्यार में अब जान रात आंसू बहाता हूं ख्वाब देखा था शादी का कफन ओढ़ कर जाता हूं

17. तूने क्या मुझसे रिश्ता तोड़ा अपनों ने भी पास आना छोड़ दिया आंखें तरस गई दीदार को तूने खवाब में भी आना छोड़ दिया

18. हमें तो बर्बाद कर दिया प्यार में अभी कहती हो तुम मैं कमसिन हूं राते रंगीन की है क्योंकि हमारे लिए कहती हो तुम मैं कमसिन हूं

19. दिन रात खोलती हो दिल से दिल लेना देना काम तुम्हारा है लाखों को बर्बाद किया है जानम नाम बदनाम तुम्हारा है

20. तेरी चुनरिया मेरी थी एक साजन तुमने दाग लगाया है मेरे दिल से खेल कर कब बेवफाई का इल्जाम लगाया है

 1. उन्होंने सिखा दी दुनियादारी ए खुदा हम तुझको कुछ समझते थे आज का खुदा तो पैसा हैं हम आसमां वालों को खुदा समझते हैं

2. दुआ सुनता है पैसे वालों की खुदा झुकती हैं अमीरों के आगे दुआ बद्दुआ कुछ भी नहीं खुदाई बिकती हैं चंद सिक्कों के आगे

3. गरीब के दामन में उन्हें एक नजर आते हैं वफा के बदले में उन्हें वफा नजर आते थे

4. खता क्या थी खुदा जो इल्जाम बेवफाई के लगाए गए जब हम बेवफा थी खुदा वह हम क्यों मां फिल्में बुलाए गए

5. लूट कर आशिया मेरा वह घर गैरों का आबाद कर गए हमने की थी उनसे वफ़ा सागर को हमें बर्बाद कर गए 

6. ख्वाब सजाए थे जिनके लिए उन्होंने मा फिल्में आना छोड़ दिया दुनिया रोशन थी जिनके लिए उन्होंने मां फिल्म मैं शमा जलाना छोड़ दिया

7. ना शराब की साथी ना थी चाहत हमें सब आपकी हमें साथ ही तो बस अपने जख्मों के हिसाब की

8. तेरे दिल के टुकड़े हैं आपकी मां फिल्म में क्यों दामन बचाते हो यह कांच नहीं इसमें लव है दिल का सागर आपके हाथों में महज किताब नहीं हैं 

9. तूने दिया आंचल का टुकड़ा मेरा कफन बन गया प्यार में मैं ना था बेवफा जान मेरी तूने बेवफा बना दिया प्यार में

10. कांटा जान देना आसान होता है तो मेरे दर्द का इलाज हो जाता वह कहते सागर मुझे बेवफा मैं उनकी दुनिया छोड़ जाता हूं

11. जनाजा उठाते तो उठ जाने दो उनका मुकद्दर तो सागर समझ जाएगा मैं ही गम उठाऊंगा जमाने में उनका मुकद्दर तो सागर संवर जाएंगे 

12. मोहब्बत रंग लाएगी सागर लहू दिल का बहाने के बाद उन्हें याद मेरी भी आएगी अगर मेरी अर्थी उठ जाने के बाद

13. उनकी खातिर हम जिंदा थे उनके लिए मर जाएंगे खुश अधिकार जमाने की हम गम तेरे ले जाएंगे

14. दिल में छुपी थी चाहत तेरी इस दिल से दुश्मनी निभाएंगे तूने वादा किया था वर्षों का एक पल में चिता जलाई थी तूने 

15. वह बेवफा मुस्कुरा कर देते हैं रुमाल में आंसू पहुंचने के लिए प्यार के बदले में कफन देते हैं हक चाहत का अदा करने के लिए 

16. झुकी थी खुदाई प्यार के आगे सिर झुकाते हैं हुसैन की सरकार के आगे रोशन की सरकार के आगे हर इल्जाम सिर माथे सिर झुकाते हैं रोशन की सरकार की आंख

17. जीने की राह में सागर हम दर्दे दिल लुटा रहे हैं उनकी खुशी के लिए हम मर मर कर जीते रहे हैं

18. तेरे दीदार के चाहत में जिया करते हैं तेरी चाहत मेरी खुशी मेरी मुकद्दर हैं किला कुछ भी नहीं खाता कैसे जब तेरी बेवफाई बनी मेरी मुकद्दर

19. तेरी खुशी के लिए मैं अश्क खुशी से पी लूंगा और हर दर्द सह लूंगा तेरे लिए मैं अपने लव तक सी लूंगा। 

20. दर्दे दिल की दवा के लिए थे ना ही में इश्क बहता है सकून मिलता है जमाने को जब तन्हाई में इश्क बहता हैं। 

                                 1. तुमने ठुकराया था प्यार मेरा मैं आज तेरी वफा तू कर आता हूं तेरी महफिल तुम्हें मुबारक हैं मैं आज तेरी दुनिया से जाता हूं 

2. अजमा लेना तुम वफा मेरी हर कदम पर साथ निभाऊंगी जब जब ठोकर खाओगे हर कदम पे साथ निभाऊंगी

3. चिराग बुझाने से पहले ऐसा घर में एहसास बेवफा दिल दूंगी तुम कहोगे मुझे बेवफा में तुम्हारी दुनिया सागर ठुकरा दूंगा

4. ठोकर खाकर प्यार में खुदा जाने क्यों जिंदा हूं तुम खुश रहे दोस्त मेरे मैं तेरे लिए ही जिंदा हूं 

5. चाहत का दावा करती हो कोठे की सैरत हो जान मेरी मेहलों का राजा तुम हो कदमों की खाक मेरी

6. तेरे कदमों की ठोकरें लाई थी हमको कोठे पर तेरी वफा की चाहत ही लाई थी हमको कोठे पे

7. तुम्हें पूजा था खुद की तरह तुमने ही ठुकराया था प्यार मेरा दिखाकर ख्वाब महिलाओं का कोठे पर लाया था प्यार तेरा

8. दावा करती थी प्यार का गैरों की प्यास बताती थी लेकर ना हम मोहब्बत का वफा का ढोंग रचाती थी। 

9. बेवफा कहते हो तुम सागर दर्दे दिल साफ कर प्यार में हमने पूजा या खुदा की तरह तेरा प्यार लाया है बाजार में

10. वफा की थी तुमसे सागर धोखे से लुट गई प्यार में तेरी मोहब्बत ही सागर मुझे ले आई बाजार में 

11. हम तुम्हें प्यार करते हैं हो सके तो खता माफ करना बदनाम मोहब्बत हमारी हैं तुम बदनाम प्यार मत करना 

12. दगा वफा के धोने के लिए हम अश्क बहा कर जीते हैं उनके स्टेशन छुपाते हुए अनजाने जस्ट पीते हैं 

13. खुदा उन्हें खुश रखे उनकी खुशियों की दुआ मांगते हैं उनकी खुशी के लिए हम उनकी दुनिया छोड़ कर जाते हैं

14. मेरी मोहब्बत का ख्वाब गलियों में आकर बिखर गया तुम्हें पाने का ख्वाब दो गज कफन में आकर सिमट गया 

15. वो खुशी मनाते हैं जहां में तकदीर में आंसू बहा लेंगे मां फिल्म ने मुबारक हो अंधेरा में मुंह छुपा लेंगे

16. पहली बार प्यार किया था उन्होंने शायद खता हो गई प्यार करने में खुदा से बढ़कर चाहता उन्होंने शायद यही खता हो गई प्यार करने में

17. शमा जलती हैं शाम ढलने के बाद लोग हमसे वफा करते हैं महफिल मैं आने के बाद

18. कदम जो उठे प्यार में खुदा को माफ फिल्में पाया है सब कुछ खो दिया प्यार में खुदा को महफिल पाया है

19. तेरी वफा के चक्कर में कोठे पर कदम बढ़ाया हैं खता हमने मौत का जाम उठाया है 

20. होगा नाम वफा का सागर खो जाएंगे मौत की आगोश में तुम हमें याद करोगे मगर हमको जाएंगे मौत के आगोश में

1. खत्म हो जाती हैं जज्बात के साथ उनकी याद आती है हर बात के साथ खता कुछ भी नहीं महज इतनी हैं उनकी याद आती है हर बात के साथ

2. उनकी चर्चा हर शाम होती हैं बात बात में बात निकल आती हैं हवालात पेश करता हूं महा फिल्म मैं महफिल में उनकी बात निकल आती हैं 

3. चंद कलाम पेश करता हूं जज्बात के साथ मैं आपको याद करता हूं अपने नाम के साथ इज्जत चाहता हूं गुस्ताखी की साजन मैं आपका नाम पेश करता हूं अपने नाम के साथ। 

4. नाम आपको रोशन कर जाएंगे जनाब अपने नाम के साथ दुनिया याद करेगी साजन आपको हमारे नाम के साथ। 

5. उनसे प्यार हुआ था पहली मुलाकात के बाद एहसास ए मोहब्बत हुआ उनसे बिछड़ जाने के बाद। 

6. अहसास चाहत का दिलाया उनसे कब्र तक हमने पहुंचाया उसने दगा देकर प्यार में हमें खाक में मिला या उसने। 

7. जलाकर दीप मजार में वह एहसास ए वफ़ा दिलाते हैं पहले जनाजा उठाया प्यार का अब वह प्यार मेरा दफनाते हैं। 

8. शमां बुझाकर प्यार की, महफिल गैरों की आबाद करते हैं गिराकर जुल्फें चेहरे पर वह अपने चाहने वालों को बर्बाद करते हैं। 

9. दिल लेकर प्यार में सागर साथ निभाने की कसम खाई थी पहले कि उसने वफा फिर बर्बाद करने की कसम खाई थी। 

10. दिल ने प्यार किया था तुमने हर गम मोहब्बत का उठा लूंगा तुम शौक से ब्याह रचा लेना मैं भी फोटो पे हार चढ़ा दूंगा। 

11. महफ़िल मेरा साथ तेरे अब तन्हाई में भी जी लूंगा तुम शौक से ब्याह रचा लेना तेरी वफाई का जहर भी पी लूंगा

12. दिल तेरी चाहत का तलबगार नहीं है मैं जानता हूं तुम्हें मुझसे प्यार नहीं है फिर क्यों साथ रहते हो मेरे जब जानेमन तुम्हें मुझसे प्यार नहीं है 

13. सोचा था कभी कदम ना रखोगे यह साकी तेरे मयखाने में किसी खबर थी सागर हम भी डूब जाएंगे पैमाने में

14. ना मौत मिलती है खुदा ना भुलाई जाती याद उनकी वह चले गए दगा देकर हर कदम पर आती हैं याद उनकी

15. लव करते हैं जाम पीने के बाद दिल जलता है सागर जहर पीने के बाद दुनिया जानती हैं वह है गैरों के पहलू में क्यों याद आते हैं सागर बिछड़ जाने के बाद

16. लव खुले जुबा खामोश रही हो चले गए गैरों के आगोश में अलविदा भी नहीं कर पाई उन्होंने वह चलेंगे गैरों की आगोश में 

17. अपनी हवस की खातिर वो और दर्द को ठुकराते आए वह दावा करते हैं वफा का सागर जो हर शाम मर्द बदलते आए हैं 

18. हर शाम मर्द बदलते आए हैं हमें दस्ताना ए वफ़ा सुनाते हैं जिस्मफरोशी के शौक को वह वफा की निशानी बताते हैं। 

19. बिछड़ कर जान की तरह मैं भूल गया वजूद तेरा दर्द-ए-दिल सा करने आज भूल गया नाम तेरा हूं

20. ठोकर खाकर संभल गया हूं बड़ा दिल दुखाया है जान मेरी कुछ मैं करता तुमसे और वफ़ा मैयत उठ जाती जान मेरी। 

1. तोड़कर मंगल शूज वह एक और ब्याह रचाएंगे अर्थी उठा कर प्यार की वो घर किसी और का बचाएंगे। 

2. ना सुनी आकाश जमाने की मैं अपने मन की करती रही प्यार तुम्हारा पाने को मैं कदम कदम पर लुटती रही। 

3. प्यार की नादानी कर बैठी बर्बाद जवानी कर बैठी तुम्हें बसा कर दिल में मैं बर्बाद जवानी कर बैठी। 

4. ख्वाब पलकों में सजा दे रही हर शाम तुम्हें बुलाती रही तुमने भी ठुकरा दिया प्यार मेरा बेवफाई का मातम बनाती रही। 

5. आकाश तुमने दगा दिया, क्या हाल कहे हम गैरों का जब अपनों ने हमें बर्बाद कर दिया तब क्या हाल कहे हम गैरों को। 

6. कुछ ना पाया प्यार में बदनाम मोहब्बत मेरी हुई तुम्हें मिली है छेद साजन बदनाम मोहब्बत मेरी हुई

7. धोखा खाकर प्यार में मर जाने को जी चाहता है घर फट जाए कि धरती तो समा जाने को जी चाहता है। 

8. जनाजा उठा कर प्यार का जो गीत खुशी के गाते हैं दफना कर प्यारे सागर वह गीत खुशी के गाते हैं

9. पागलपन की हद से गुजरने लगे हैं हम बेवफा से बेवफा करने लगे हैं खुद दफनाकर प्यार उनका उनके आने का इंतजार करने लगे हैं

10. पहले खेलते रहे जज्बात से अब याद हमारी आई हैं हर दर से ठोकर खाने के बाद आज याद हमारी आई हैं

11. जब शौक है मजमा लगाने का क्यों अपने जज्बात से पाती हो जब हमें करती हो बदनाम क्यों नाम अपना छुपाती हो

12. आप की शान में हम पैगाम ए वफ़ा भेजते थे पैगाम ए वफ़ा ठुकरा कर तुम फरमान मौत का भेजते थे

13. जब कोठे किसान हो तुम क्यों जज्बात की परवाह करती हो जब मजमा लगाती हो सा निशान क्यों अंजाम की परवाह करती हो

14. पैगाम ए वफ़ा के बदले में यह शोहरत हमने पाई हैं बर्बाद मोहब्बत मेरी हुई अश्कों की दौलत पाई हैं

15. जब बात आएगी आपकी मां फिल्में तालियों की आवाज होगी जब कभी जिक्र होगा सपना का महाफिल गालियों की बरसात होगी

16. सितम अगर वक्त बेवफा कहलाता है प्यार इंसान को तंहा कर देता है भूल कर इंसान कस्टमर वफा की नाम प्यार का बदनाम कर जाता है 

17. कलम चलाता हूं मैं साजन उनकी जफाई कैसे पेश करूं मैं मुजरिम हूं उनके प्यार का उनकी खताए कैसे पेश करूं

18. उनकी तस्वीर कोई साजन मैं मां फिल्में कैसे पेश करूं जिनकी यादें हैं इस दिल में मैं उसकी साथ कैसे पेश करूं

19. चंद छुपा लात है जैन में मैं अपने ख्यालात कैसे पेश करूं मैं शायर हूं मैं आज किताबों का मैं अपने जज्बात कैसे पेश करूं

20. खत हो जाती है जज्बात के साथ उनकी याद आती है है हर बात के साथ खता कुछ भी नहीं भाई इतनी हैं उनकी याद आती हैं हर बात के साथ। 

1. बस इतनी आरजू हमारी हैं आप की महफिल आबाद कर जाएं आपने हमें बर्बाद किया हम आपकी महफिल आबाद कर जाएं

2. दर्द-ए-दिल लिख रहा हूं सागर यह दास्तां है उनकी बेवफाई की भले ही नाम बदनाम हमारा हुआ सजा हमने भी पाई हैं बेवफाई की। 

3. आशिक जाते हैं आंखों में हम उनका दामन ढूंढते रहते हैं वह हैं अपनो की महफिल में हम उनका दामन ढूंढते रहते हैं

4. क्या गीला हो गया बेवफाई का जब बेवफाई उनकी फितरत हैं जब दागदार उनका दामन हो और बेवफाई उनकी आदत हो। 

5. बातम्या सिल्की हो या दास्तां हो उनको मेलों की बदनाम इसकी होता है बात गली की हो या महलों की। 

6. प्यार करने वाले जहां में बस अश्क बहा कर जीते हैं जिसने भी की हैं वफा यहां वह खून के आंसू पीते हैं

7. दाग दामन पे सजाओ तो खबर कर देना जैसन शादी का मन हो तो खबर कर देना कब्र से भी चले आएंगे जान मेरी बाबा अपना रचाओं तो खबर कर देना।

8. ना जाने कब मौत का फरमान आ जाए खुदा करे मेरी जान आपके काम आ जाए कुछ भी नहीं बस चंद दुआएं हैं पास मेरे खुदा करें यह दुआएं मेरी आपके काम आ जाए। 

9. जशन खुशी का मनाने चले आएंगे तुम से मिलने के बहाने ही चले आएंगे तुम जाओगी डोली पर जान मेरी हम तुम्हें सताने की बाहों में ही चल जाए। 

10. आपके रूप की चाहत ने हमें कहीं का ना छोड़ा पहले ठुकराया आपने अब दुनिया ने भी साथ छोड़ा। 

11. लोग दुश्मन को दफनाने चले जाते हैं दो आंसू दुश्मन भी वहां जाते हैं तब भी चली आओ जान मेरी लोग दुश्मन को भी दफनाने चले जाते हैं। 

12. दिल की आग बुझाने के लिए मैं चंद अल्फाज पेश करता हूं सभी रोशन के सामने वालों को अपनी सलाम पेश करता हूं। 

13. दगा दे गए जो प्यार में हमें उनकी याद सताती हैं वह सोते हैं शान से हमें उनकी याद सताती है। 

14. हम उनकी सलामती की दुआ करते हैं वह बद्दुआ देते रहे दिन रात हमें हमने की ता उम्र वफा से बेवफा कहते रहे दिन रात हमें। 

15. दिल भर गया मेरा मोहब्बत से हम नफरत को गले लगा लेंगे उनकी जहां की खुशियां मिले हम गम को गले लगा लेंगे। 

16. चंद्र गाड़ियों का मेहमा हूं महा फिल्में ना जाने कब बुलावा आ जाएगा इजाजत चाहता हूं रुखसत की ना जाने कब बुलावा आ जाए। 

17. एक ने धोखा दिया हमें हम सारी दुनिया को ठुकरा आएंगे तुम ने ठुकराया प्यार मेरा हम सारी दुनिया को ठुकराएंगे। 

18. सब कुछ होगा पास तेरे हम कफन साथ ले जाएंगे तुम शौक से ब्याह रचा ले ना हम तेरी दुनिया छोड़कर जाएंगे। 

19. दमन संभाल कर रखा था दमन दमन पर लगा दे चले गए तन्हाई मिलती है महफ़िल में हम पलकों पर सजा दे चले गए। 

20. जम्मू बात है जहां में दिल चलाऊं के नाम से तन्हाई मिलती थी सागर हुस्न वाले की प्यार प्यार में। 

1. बेवफा साहब हमारी हैं हमें मोहब्बत रास नहीं आती ऐसे जख्म मिले हैं प्यार में मौत भी पास नहीं आती। 

2. जख्मी दिल है पास मेरे बोतल पर चोरी चलाते हैं जब भी चाय हमें प्यार करते हैं जब भी शायद हमें ठुकराते हैं। 

3. आग लगाकर प्यार की अब दिल मेरा वह जलाते हैं पहले गले लगाया हमें अब हमसे दामन छुडातें हैं। 

4. आशियाना जलकर खाक हुआ वह शम्मा जला कर बैठे हैं जनाजा उठने से पहले ही वह कफ़न मंगवाकर बैठे हैं

5. उन्होंने हमें बर्बाद किया हमारी बर्बादी का जश्न मनाते हैं हमें हैं उनसे प्यार खुदा वह जख्मी दिल पर छुरी चलाते हैं 

6. दिल की आग बुझाने के लिए अश्कों की बरसात होती हैं खुदा होने सलामत रखे उनसे रोज़ मुलाकात होती हैं

7. जख्मी दिल को यह सागर को ठोकर मारते हैं पैरों से जो भी प्यार इनसे करता है उसे घायल करते हैं नैनों से। 

8. हम दूर हुए उनसे सागर गिला नहीं हमें जुदाई का एक ही जख्म काफी है सागर जो हैं उनकी बेवफाई का

9. इतने धोखे खाए थे एक धोखा और खा लिया हमने इतना से प्यार किया था उनकी वफा को भी आजमा लिया हमने

10. हम हक चाहत का अदा करते हैं हम बेवफा से बेवफा करते हैं खुदा ने सलामत रखे हैं हम उनकी सलामती की दुआ करते हैं। 

11. दिल भर गया प्यार मोहब्बत से अब वफा रास नहीं आती दिल भर गया तुम्हारी दुनिया से क्यों कजमा पास नहीं आती। 

12. हम उनसे मोहब्बत करते हैं उन्हें इंतजार हमारी मौत का हम जीते हैं उनके नाम पर उन्हें इंतजार हमारी मौत का हैं। 

13. अश्कों से आग बुझाई नहीं जाती हमसे उनकी यादें भुलाई नहीं जाती वह तो चले गई हमें छोड़कर सागर हमसे उनकी यादें भुलाई नहीं जाती

14. दिल में प्यार का सागर तो हमसे नफरत करते हैं दिल करता है उनसे वफ़ा सदा वह वफा से नफरत करते वफा

15. बद्दुआ हो गई जमाने में अब तो बद्दुआ ही हमने पाई हैं खुदा होने सलामत रखे हैं उन्होंने बद्दुआ देने की कसम खाई है

16. इस कदर मिली है बदुआ हमें अब दुआ का भी असर नहीं होता उनकी दुआ भी बद्दुआ लगती हैं अब हमें दुआ का भी असर नहीं होता हूं

17. वह हमें डराते हैं बस दुआओं का नाम लेकर हर कदम पर बदुआ हमने पाई हैं अब तक दी है जमाने ने अब अपनों की भी बारी आई है

18. गम जब हद से गुजर जाता हैं शेर बनकर लव पार आ जाता है जब भी बात चली जाती साजन की नाम सागर का लव पर आ जाता है

19. आपका तो नाम ही काफी है सपना हमारे नाम के साथ दुनिया याद रखें तो मैं हमेशा सपना हमारे नाम के साथ

20. तमन्ना थी शाही ठाठ की गलियों की हम उठाते हैं सही थी मंजिल प्यार की अब दुनिया छोड़ कर हम जाते हैं। 

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